सिविल सेवा दिवस : 𝙲𝙸𝚅𝙸𝙻 𝚂𝙴𝚁𝚅𝙸𝙲𝙴𝚂 𝙳𝙰𝚈

सिविल सेवा दिवस : 𝙲𝙸𝚅𝙸𝙻 𝚂𝙴𝚁𝚅𝙸𝙲𝙴𝚂 𝙳𝙰𝚈

हर साल, भारत में 21 अप्रैल को सिविल सेवा दिवस (Civil Service Day) मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य सिविल सेवकों के प्रयासों और कार्यों को प्रेरित करना है।

▪️ विवरण : इस दिन अखिल भारतीय सेवा के अधिकारियों को उनकी सर्वश्रेष्ठ सेवा के लिए पुरस्कृत किया जाता है।

▪️ तिथि व तारीख : 21 अप्रैल

▪️ उद्देश्य : भारतीय प्रशासनिक सेवा, राज्य प्रशासनिक सेवा के सदस्यों द्वारा अपने आप को नागरिकों के लिए एक बार पुनः समर्पित और फिर से वचनबद्ध करना।

● अन्य जानकारी :

इस अवसर पर, केन्द्रीय और राज्य सरकारों के सभी अधिकारियों को भारत के प्रधानमंत्री द्वारा सार्वजनिक प्रशासन में उत्कृष्टता के लिए सम्मानित किया जाता है।

सिविल सेवा दिवस / लोक सेवा दिवस (अंग्रेज़ी: Civil Services Day) 21 अप्रैल को मनाया जाता है। इसे भारतीय प्रशासनिक सेवा, राज्य प्रशासनिक सेवा सहित सभी सिविल सेवाओं की उत्कृष्टता के लिए द्वारा मनाया जाता है। भारत सरकार प्रत्येक वर्ष 21 अप्रैल को लोकसेवा दिवस के रूप में मनाती है। इस दिन अखिल भारतीय सेवा के अधिकारियों को उनकी सर्वश्रेष्ठ सेवा के लिए पुरस्कृत किया जाता है। यह पुरस्कार उन्हें नागरिकों को उत्तम सेवाएं प्रदान करने के लिए दिया जाता है। इससे अधिकारियों में बेहतर प्रदर्शन की भावना तो आती ही है साथ ही बदलते समय एवं नई चुनौतियों से निपटने के लिए उन्हें अपनी नीतियों पर मनन करने का अवसर भी मिलता है।

● उद्देश्य :

इस दिवस का उद्देश्य भारतीय प्रशासनिक सेवा, राज्य प्रशासनिक सेवा के सदस्यों द्वारा अपने आप को नागरिकों के लिए एक बार पुनः समर्पित और फिर से वचनबद्ध करना है। यह दिन सिविल सेवकों को बदलते समय के चुनौतियों के साथ भविष्य के बारे में आत्मनिरीक्षण और सोचने का अवसर प्रदान करता है। इस अवसर पर, केन्द्रीय और राज्य सरकारों के सभी अधिकारियों को भारत के प्रधानमंत्री द्वारा सार्वजनिक प्रशासन में उत्कृष्टता के लिए सम्मानित किया जाता है।

● पुरस्कार :

सिविल सेवा दिवस पर, भारत के विभिन्न अधिकारियों को लोक प्रशासन में उत्कृष्टता के लिए प्रधानमंत्री पुरस्कार (Prime Minister’s Awards for Excellence in Public Administration) प्रदान किये जाते हैं। यह पुरस्कार सिविल सेवकों के लिए प्रेरणा का काम करते हैं।

यह पुरस्कार तीन श्रेणियों में प्रस्तुत किए जाते हैं। श्रेणी 1 जिसमें पहाड़ी राज्य और उत्तर पूर्वी राज्य शामिल हैं। श्रेणी 2 में 7 केंद्र शासित प्रदेश शामिल हैं। श्रेणी 3 में बाकी 18 राज्य शामिल हैं।

● 21 अप्रैल ही क्यों?

हर साल 21 अप्रैल को सिविल सेवा दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन 1947 में, सरदार वल्लभ भाई पटेल (Sardar Vallabhai Patel) ने प्रशासनिक सेवाओं के पहले बैच के परिवीक्षकों को संबोधित किया था। हालाँकि, 2006 में पहली बार यह दिवस मनाया गया था।

● महत्व :

सरदार वल्लभभाई पटेल के अनुसार, सिविल सेवक भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं। वे लोक प्रशासन के सुचारू संचालन के लिए अथक प्रयास करते हैं। उनकी ज़िम्मेदारी सत्ताधारी पार्टी की नीतियों को क्रियान्वित करने की ओर है।

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